दीपावली पूजन की विधि और शुभ मूहूर्त 2019: Lakshmi Puja Vidhi at Home
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कैसे करे दिवाली की पूजा || Diwali pujan vidhi || Lakshmi Puja 9th,November 2019| Lakshmi Puja Muhurat
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन की विधि
उसके बाद दो बड़े दीपक रखें एक में घी भरें और दूसरे में तेल, एक दीपक चौकी के दाई ओर और दूसरा मूर्तियों के चरणों में रखें। और एक छोटा दीपक गणेश जी के पास रखें। उसके बाद मूर्तियों वाली चौकी के सामने छोटी चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं। फिर कलश की ओर एक मुट्ठी चावल से लाल वस्त्र पर नौ ढेरिया बनाएं, उसके बाद गणेश जी की ओर चावल की 16 ढेरियां बनाएं। नौ ढेरियो व 16 ढेरियो के बीच स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। स्वास्तिक के बीच में सुपारी रखें व चारों कोनों पर चावल की ढेर रखें। छोटी चौकी के सामने तीन थाली व जल भरकर कलश रखें।
थालियों की निम्नानुसार व्यवस्था करें, तीनों थालियों में इस तरह से सामान रखें :- पहली में 11 दीपक। दूसरी में खील, बताशे, मिठाई, वस्त्र ,आभूषण, चंदन का लेप, सिंदूर, कुमकुम, सुपारी और पान। तीसरे में फूल, दूर्वा, चावल, लौंग, इलायची, केसर, कपूर, हल्दी चूने का लेप, सुगंधित पदार्थ, धूप, अगरबत्ती और एक दीपक। इन थालियों के सामने आप बैठे। आपके परिवार के सदस्य आपकी बाई ओर और कोई मेहमान हो तो वह आपके परिवार के सदस्यों के पीछे बैठे। अब मैं आपको पूजा की संक्षिप्त विधि के बारे में बताने जा रहा हूं। आप हाथ में पूजा के जलपात्र से थोड़ा सा जल ले और अब उसे मूर्तियों के ऊपर छिड़के। पानी को छिड़क कर आप अपने आप को और पूजा की सामग्री को और अपने आसन को भी पवित्र कर ले।
आप पृथ्वी पर जिस जगह आसन बिछाया है उस जगह को पवित्र कर लें और मां पृथ्वी को प्रणाम करके मंत्र बोले। अब आचमन करें पुष्प, चम्मच या अंगुली से एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए:- ओम केशवाय नमः फिर एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए ॐ नारायणाय नमः फिर एक तीसरी बूंद पानी की मुंह में छोड़िए और बोली ओम वासुदेवाय नमः फिर ओम हरि केशवाय नमः कहते हुए हाथों को खोलें और अंगूठे के मूल से होठों को पोछ कर हाथों को धो लें। उसके बाद सबको तिलक करें। आचमन आदि के बाद आंखे बंद करके मन को स्थिर कीजिए और तीन बार गहरी सांस लीजिए।
फिर पूजा का संकल्प करें, संकल्प हर एक पूजा में प्रधान होता है। कैसे करें संकल्प आप हाथ में चावल ले, पुष्प और जल लीजिए कुछ धन भी लीजिए अथवा यह सब हाथ में लेकर बोले कि मैं अमुक व्यक्ति अमुक स्थान व समय पर अमुक देवी देवता की पूजा करने जा रहा हूं, जिससे मुझे शास्त्रोंक फल प्राप्त हो। बाद में यह सामान चौकी पर रख दें। सबसे पहले गणेश जी व गौरी जी का पूजन करें। उसके बाद वरुण पूजा यानी कलश पूजन करनी चाहिए। हाथ में थोड़ा सा जल चाहिए और वह पूजन मंत्र बोलिए और पूजा सामग्री चढ़ाइए फिर नवग्रहों यानी 9 चावलों की ढेरी का पूजन कीजिए। इसके बाद भगवती पोडश यानी 16 चावलों की ढेरी का पूजन किया जाता है। हाथ में गंध, अक्षत, पुष्प ले लीजिए फिर 16 माताओं को नमस्कार कर लीजिए और पूजा सामग्री चढ़ा दीजिए। 16 माताओं की पूजा के बाद रक्षा बंधन होता है। रक्षा बंधन विधि में मौली लेकर भगवान गणपति पर चढ़ाइए, फिर अपने हाथ में बनवा लीजिए और तिलक लगा लीजिए। अब आनंदचित् से निर्भय होकर मां लक्ष्मी की आरती प्रारंभ कीजिए, आखिर में प्रसाद व मिठाई सब को बांट दें।
दीपावली पर्व के अवसर पर मैं आपको इस पोस्ट के जरिए कुछ ऐसे उपाय जानकारी बताऊंगी जिससे आपको लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। दीपावली के दिन आप अपनी रसोई को विधिवत साफ कर लीजिए। रसोई को विधिवत आप खाना बनाकर साफ कर लें अथवा रसोई मैं अगर झूठे बर्तन हो तो उसे कहीं ऐसी जगह रख देंगे जहां किसी की उस पर दृष्टि ना पड़े। घर में आने वाले मेहमान उन बर्तनों को नहीं देख पाए, लेकिन हो सके तो आप उन जूठे बर्तनों को साफ ही करके रख दे। ऐसा करने का सबसे विशेष कारण यह की रसोई में भी हम लोग अन्नपूर्णा माता के नाम पर एक दीप जलाते हैं। दरवाजे के सामने इस दिन जूता या चप्पल कोई भी चीज नहीं रखेंगे। झाड़ू, जूता, चप्पल आदि पुराने गंदे सामान नहीं रखें। लक्ष्मी पूजन मे आरती ना करें।
We request all our readers to perform their diwali laxmi puja vidhi very carefullyon this diwali 2019.
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन की विधि
diwali laxmi puja vidhi
सबसे पहले एक पटा ले, उसे लाल रंग के कपड़े से लपेट दें इसे हम चौकी कहते हैं। उसके बाद चौकी के ऊपर इस सामान को रखें:- लक्ष्मी, गणेश, मिट्टी के दो बड़े दीपक, कलश जिस पर नारियल रख सके, 9 ढेरिया चावल व 16 ढेरिया चावल, चांदी का सिक्का, बहीखाता, कलम, नगदी, तीन थालियां और जल का पात्र। पूजन की कैसे करें तैयारी चौकी पर लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियां इस प्रकार रखें कि उनका मुख पूरब या पश्चिम में रहे। लक्ष्मी जी गणेश जी की दाहिनी ओर रहे। उसके बाद पूजन करता मूर्तियों के सामने की तरफ बैठे। कलश को लक्ष्मी जी के पास चावलों पर रखें, फिर नारियल को लाल वस्त्र में इस प्रकार लपेटे की नारियल का ऊपर का भाग दिखाई देता रहे और इसे कलश पर रखें। यह कलश वरुण का प्रतीक है।उसके बाद दो बड़े दीपक रखें एक में घी भरें और दूसरे में तेल, एक दीपक चौकी के दाई ओर और दूसरा मूर्तियों के चरणों में रखें। और एक छोटा दीपक गणेश जी के पास रखें। उसके बाद मूर्तियों वाली चौकी के सामने छोटी चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं। फिर कलश की ओर एक मुट्ठी चावल से लाल वस्त्र पर नौ ढेरिया बनाएं, उसके बाद गणेश जी की ओर चावल की 16 ढेरियां बनाएं। नौ ढेरियो व 16 ढेरियो के बीच स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। स्वास्तिक के बीच में सुपारी रखें व चारों कोनों पर चावल की ढेर रखें। छोटी चौकी के सामने तीन थाली व जल भरकर कलश रखें।
थालियों की निम्नानुसार व्यवस्था करें, तीनों थालियों में इस तरह से सामान रखें :- पहली में 11 दीपक। दूसरी में खील, बताशे, मिठाई, वस्त्र ,आभूषण, चंदन का लेप, सिंदूर, कुमकुम, सुपारी और पान। तीसरे में फूल, दूर्वा, चावल, लौंग, इलायची, केसर, कपूर, हल्दी चूने का लेप, सुगंधित पदार्थ, धूप, अगरबत्ती और एक दीपक। इन थालियों के सामने आप बैठे। आपके परिवार के सदस्य आपकी बाई ओर और कोई मेहमान हो तो वह आपके परिवार के सदस्यों के पीछे बैठे। अब मैं आपको पूजा की संक्षिप्त विधि के बारे में बताने जा रहा हूं। आप हाथ में पूजा के जलपात्र से थोड़ा सा जल ले और अब उसे मूर्तियों के ऊपर छिड़के। पानी को छिड़क कर आप अपने आप को और पूजा की सामग्री को और अपने आसन को भी पवित्र कर ले।
Lakshmi puja muhurat 2019:- 5:57 pm to 7:53 pm on 7th November
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फिर पूजा का संकल्प करें, संकल्प हर एक पूजा में प्रधान होता है। कैसे करें संकल्प आप हाथ में चावल ले, पुष्प और जल लीजिए कुछ धन भी लीजिए अथवा यह सब हाथ में लेकर बोले कि मैं अमुक व्यक्ति अमुक स्थान व समय पर अमुक देवी देवता की पूजा करने जा रहा हूं, जिससे मुझे शास्त्रोंक फल प्राप्त हो। बाद में यह सामान चौकी पर रख दें। सबसे पहले गणेश जी व गौरी जी का पूजन करें। उसके बाद वरुण पूजा यानी कलश पूजन करनी चाहिए। हाथ में थोड़ा सा जल चाहिए और वह पूजन मंत्र बोलिए और पूजा सामग्री चढ़ाइए फिर नवग्रहों यानी 9 चावलों की ढेरी का पूजन कीजिए। इसके बाद भगवती पोडश यानी 16 चावलों की ढेरी का पूजन किया जाता है। हाथ में गंध, अक्षत, पुष्प ले लीजिए फिर 16 माताओं को नमस्कार कर लीजिए और पूजा सामग्री चढ़ा दीजिए। 16 माताओं की पूजा के बाद रक्षा बंधन होता है। रक्षा बंधन विधि में मौली लेकर भगवान गणपति पर चढ़ाइए, फिर अपने हाथ में बनवा लीजिए और तिलक लगा लीजिए। अब आनंदचित् से निर्भय होकर मां लक्ष्मी की आरती प्रारंभ कीजिए, आखिर में प्रसाद व मिठाई सब को बांट दें।
Laxmi puja samagri list in hindi
- लक्ष्मी
- गणेश
- मिट्टी के दो बड़े दीपक
- कलश जिस पर नारियल रख सके
- 9 ढेरिया चावल व 16 ढेरिया चावल
- चांदी का सिक्का
- बहीखाता
- कलम
- नगदी
- तीन थालियां
- जल का पात्र
- 15 दीपक
- खील, बताशे
- मिठाई
- वस्त्र,आभूषण
- चंदन का लेप
- सिंदूर
- कुमकुम
- सुपारी और पान
- फूल
- दूर्वा
- चावल
- लौंग
- इलायची
- केसर
- कपूर
- हल्दी
- चूने का लेप
- सुगंधित पदार्थ
- धूप
- अगरबत्ती
What to do on diwali
दीवाली के दिन क्या करें क्या नहीं और क्यों? Diwali me kya kare or Kya na kare?दीपावली पर्व के अवसर पर मैं आपको इस पोस्ट के जरिए कुछ ऐसे उपाय जानकारी बताऊंगी जिससे आपको लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। दीपावली के दिन आप अपनी रसोई को विधिवत साफ कर लीजिए। रसोई को विधिवत आप खाना बनाकर साफ कर लें अथवा रसोई मैं अगर झूठे बर्तन हो तो उसे कहीं ऐसी जगह रख देंगे जहां किसी की उस पर दृष्टि ना पड़े। घर में आने वाले मेहमान उन बर्तनों को नहीं देख पाए, लेकिन हो सके तो आप उन जूठे बर्तनों को साफ ही करके रख दे। ऐसा करने का सबसे विशेष कारण यह की रसोई में भी हम लोग अन्नपूर्णा माता के नाम पर एक दीप जलाते हैं। दरवाजे के सामने इस दिन जूता या चप्पल कोई भी चीज नहीं रखेंगे। झाड़ू, जूता, चप्पल आदि पुराने गंदे सामान नहीं रखें। लक्ष्मी पूजन मे आरती ना करें।
दीपावली पर लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक असरदार टोटके:- diwali ke totkeरात्रि के समय 7 पूरी बनाएं और हर एक पूरी में हलवा रखकर रात्रि के समय गौशाला में जाकर या आपके आसपास गाय हो तो उनको अपने हाथों से खिलाएं। इस दिन अपने घर में खीर जरूर बनाएं, खीर मां लक्ष्मी को अति प्रिय है। दिवाली वाले दिन 12:00 बजे के बाद ही सोए। दीपावली में एक नियम है कि इस दिन काजल लगाने का बहुत महत्व है। घर में जितने भी व्यक्ति हैं उनको काजल लगाना चाहिए, इससे भी मां लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और काजल लगाने से आंखें भी स्वस्थ रहती है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग इस दिन काजल नहीं लगाते हैं उनको अगले जन्म में छछूंदर का जन्म मिलता है।
We request all our readers to perform their diwali laxmi puja vidhi very carefullyon this diwali 2019.
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